Tamso Ma Jyotirgamaya Meaning In Hindi:- क्या आप तमसो मा ज्योतिर्गमय का अर्थ जानना चाहते हैं? तो आप एकदम सही जगह पर आये हैं। क्योकिं आज हम आपको तमसो मा ज्योतिर्गमय के बारे में सारी जानकारी विस्तार से बतायेंगे। इसलिए इस लेख तमसो मा ज्योतिर्गमय मीनिंग इन हिंदी को पूरा जरुर पढ़े।
आप सभी जानते ही हैं की हमारे हिन्दू धर्म में संस्कृत भाषा का बहुत ज्यादा महत्त्व हैं क्योकिं यह वर्षो से चली आ रही हैं। संस्कृत भाषा में ही हमारे सारे वेद, पुराण, रामायण, महाभारत आदि लिखी हुयी हैं। संस्कृत भाषा से ही और भाषाओ की उत्पति हुयी हैं। संस्कृत भाषा में मंत्रो का उच्चारण करने से भगवान जल्दी पर्सन होते हैं और मनुष्य को शक्ति, बुद्दि, आत्मा का ज्ञान मिलता हैं। कुछ श्लोक का हमे अर्थ पता नही होता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए तमसो मा ज्योतिर्गमय का हिंदी अर्थ लेकर आये हैं।
Tamso Ma Jyotirgamaya Meaning In Hindi
तमसो मा ज्योतिर्गमय एक संस्कृत श्लोक है, जिसका हिंदी में अर्थ होता है “मुझे अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो” यह एक संस्कृत श्लोक हैं। जिसे बृहदारण्यक उपनिषद वेदों में से लिया गया हैं। इस मंत्र के माध्यम से मनुष्य भगवान को बोलता हैं की हे प्रभु आप मुझे अंधकार से निकालकर के प्रकाश की और ले चलो। मतलब की आप मुझे अज्ञानता से दूर करके ज्ञान की और ले चलो के बारे में कहता हैं।
तमसो मा ज्योतिर्गमय का अर्थ
तमस क्या होता है?
तमस शब्द संस्कृत भाषा में “अंधकार” और “अज्ञान” को कहाँ जाता हैं जब मनुष्य अज्ञानता, अंधकार में रहता हैं तब वह आध्यात्मिक उन्नति से दूर रहता हैं। उसे सही गलत के बारे में पता नहीं होता हैं। मनुष्य अधर्म की और चलता रहता हैं।
ज्योतिर्गमय क्या होता है?
ज्योतिर्गमय शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया हैं जिसका अर्थ “प्रकाश की ओर ले जाने वाला” होता है। जब मनुष्य अपने अंदर विश्वास, ज्ञान ले लेता हैं तब मनुष्य को आध्यात्मिक ज्ञान, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति होने लगती हैं।
तमसो मा ज्योतिर्गमय का महत्व
तमसो मा ज्योतिर्गमय का अर्थ के अलावा मनुष्य के जीवन में तमसो मा ज्योतिर्गमय का महत्व भी बहुत जरुरी हैं यह मंत्र हमें अज्ञानता और अंधकार को छोड़कर ज्ञान, प्रकाश, और सत्य, ज्ञान की ओर जाने के लिए प्रेरित करता है।
ज्ञान के लिये प्रेरित करना
तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र मनुष्य को शांति की और जाने के लिए प्रेरित करता हैं यह मंत्र मनुष्य को अज्ञानता और अंधकार से दूर रखकर ज्ञान की तरफ लेकर जाने के लिए बोलता हैं। इस मंत्र के माध्यम से मनुष्य अपने अंदर छिपे ज्ञान को ढूंड सके और अपने जीवन में आगे बड सके।
सत्य की खोज
तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र मनुष्य को सत्य की खोज करने के लिए प्रेरित करता हैं जब मनुष्य अपने अंदर के अंधकार को दूर करता हैं तो वह आध्यात्मिक बन जाता हैं। जिससे उससे आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती हैं।
शांति और सुख की प्राप्ति
रोजाना तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र पढने से मनुष्य के अंदर सुख और शांति की प्राप्ति होती हैं। इस मंत्र को पढने से मनुष्य का तनाव दूर होता हैं।
आधुनिक युग में तमसो मा ज्योतिर्गमय का महत्व
आधुनिक में लोगो के मन में अज्ञान, लालची, भ्रम होगा तब तमसो मा ज्योतिर्गमय श्लोक उनको याद दिलाएगा कि हमें हमेशा सत्य और ज्ञान की चलना चाहिये। इसके अलावा अज्ञानता, भ्रम और नकारात्मकता से दूर होना चाहिए। हमेशा ज्ञान और प्रकाश के मार्ग पर ही चलना चाहिए।
ॐ असतो मा सद्गमय श्लोक
ॐ असतो मा सद्गमय ।
तमसो मा ज्योतिर्गमय ।
मृत्योर्मा अमृतं गमय ।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
ॐ असतो मा सद्गमय श्लोक हिंदी अर्थ
इस श्लोक के माध्यम से मनुष्य भगवान को कहते हैं की हे भगवान ! मुझे असत्य से दूर करके सत्य की और ले चलो मुझे अज्ञान से दूर करके ज्ञान की और ले चलो और मुझे मर्तु से दूर करके अमरत की और ले चलो हे मेरे भगवान।
तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र कब बोलना चाहिए ?
समय | सुझाव |
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सुबह के समय | तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र को सुबह के समय बोलने के लिये बताया गया है। क्योकिं इस समय मन शांत और भगवान का नाम लेने का समय होता हैं। |
ध्यान लगाकर के | तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र को ध्यान लगाकर के बोलने को कहाँ गया है। |
रात्रि की आरती के समय | तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र को रात्रि की आराधना के समय बोलने का सुझाव दिया जाता है। |
Tamso Ma Jyotirgamaya Lyrics
Tamso Ma Jyotirgamaya Meaning FAQS:-
तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र कहाँ से लिया गया हैं ?
तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र वेदों से लिया गया हैं।
तमसो मा ज्योतिर्गमय मन्त्र का उच्चारण कब करना चाहिए ?
तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र का आप कभी भी उच्चारण कर सकते हैं इस पर कोई पाबंधी नहीं हैं।
क्या इस मंत्र का केवल धार्मिक अर्थ होता है?
नहीं, ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ मंत्र का अर्थ केवल धार्मिक नहीं होता है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक मंत्र है जो मनुष्य को आध्यात्मिक उन्नति और ज्ञान की ओर प्रेरित करता है।
क्या इस मंत्र का वास्तविक अनुवाद हिंदी में ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ ही होता है?
नहीं, ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ का वास्तविक अनुवाद हिंदी में ‘मुझे अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो’ होता है।
तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र का उच्चारण कितनी बार करें ?
आप तमसो मा ज्योतिर्गमय मंत्र का उच्चारण कितनी भी बार कर सकते हैं, लेकिन हिन्दू धर्म में 108 को शुभ माना जाता हैं। आप इस मंत्र का उच्चारण 108 बार भी कर सकते हैं।