Short Stories In Hindi नमस्कार दोस्तों आज हम आपके साथ बेहतरीन रोचक कहानिया लेकर के आये हैं, जिन्हें पढ़कर के आपको बहुत कुछ सिखने को मिलेगा जो हमें सफलता की महत्वपूर्ण शिक्षा देती है। यह कहानी बच्चों के लिए है, लेकिन हम सभी को इससे कुछ सिखने का अवसर मिलेगा।
Short Stories In Hindi With Moral बच्चो के लिए सिर्फ मनोरंजन का साधन हो सकता हैं, लेकिन बच्चे इन Short Stories के कुछ ना कुछ अवश्य सीखते हैं जब भी घर में या किताबो में कहानिया सुनाई जाती हैं। तब बच्चो को अवश्य याद किया जाता हैं क्योकिं Hindi Short Story बच्चो को सबसे ज्यादा पसंद आती हैं।
Hindi Short Storys से बच्चे कुछ ना कुछ नया जरुर सीखते हैं और बच्चो को सही गलत के बारे में भी पता चल जाता हैं। इसलिए घर, स्कूल, दादा-दादी अपने बच्चो को कहानिया जरुर सिखाते हैं जिससे की वो भविष्य में एक बेहतर इंसान बन सके।
आज हम बच्चो के लिए और आप सभी के लिए Short Stories With Moral के साथ लेकर आये हैं इतना ही नहीं इसके अवाला हम बच्चो के लिए अलग अलग तरह की कहानिया भी लेकर आये हैं, जैसे की राजा रानी की कहानी, जानवरों की कहानी, भूतों की कहानी, पक्ष्यों की कहानी आप इन सभी कहानियों को पढ़कर के आप अपने जीवन में बहुत कुछ सिख जाओगे।
Short Stories In Hindi With Moral
दोस्तों हमने निचे की तरफ 30 Best Short Story In Hindi Language में बताई हैं जिन्हें आप आसानी से पढ़ सकते हैं और उन कहानियो से आप कुछ नया जरुर सीखोगे इतना ही नहीं हमने इस लेख में Inspiring Short Story In Hindi में भी बताया हैं।
ये बच्चों की शिक्षा वाली कहानियां सभी आयुवर्ग के लोगों के लिए हैं, लेकिन ख़ासकर इन्हें बच्चों के लिए लिखा गया है। अगर आप रोचक हिंदी कहानियां सुनना चाहते हैं या रोचक हिंदी कहानियां पढना चाहते हैं, तो निचे दी गयी कहानियों को जरुर पढ़े।
जिन्हें पढ़कर के आपको समय का पता ही नहीं चलेगा और आपको वह कहानिया पढने में मज़ा आने वाला हैं, और साथ ही साथ आप मज़े के साथ अपने जीवन में कुछ नया जरुर सीखोगे।
गधे से बहस की कहानी ( हिंदी में कहानी )
एक बार की बात है, एक गाँव में एक गधा और एक चिड़ीया बहस में लगे। गधा अपने बलवान शरीर और भारी सामग्री उठा कर लाने की क्षमता को बहुत महत्वपूर्ण मानता था। वहीं, चिड़ीया अपनी उड़ान और तेजी को महत्वपूर्ण मानती थी।
गधा चिड़िया से कहता हैं:- “तुम तो बस हवा में उड़ते हो, असली मेहनत तो हम करते हैं। हम लोगों के भारी सामान उठाकर लाते हैं।”
चिड़ीया ने गधे को जवाब दिया:- “तुमने कभी सोचा है कि मैं दूर-दूर तक उड़कर जानकारी लाती हूं, जो तुम्हारी मेहनत को आसान बनाती है।”
गधा ने अपनी बात को महत्वपूर्ण मानकर कह दिया, “तुमसे बेहतर मैं हूँ, क्योंकि मैं भारी काम करता हूं।”
चिड़ीया ने सोचा और फिर कहा, “ठीक है, अगर तुम मुझसे बेहतर हो, तो मुझे एक उच्ची पेड़ की डाली पर जाकर दिखाओ।”
गधा मन में सोचता हैं की मैं तो जमीन वाले ही काम कर सकता हूँ।
गधा कहता हैं “ठीक है, हर जीव की अपनी-अपनी भूमिका और महत्व है। मुझे समझ में आया कि तुम भी उतनी ही महत्वपूर्ण हो।”
चिड़ीया ने मुस्कराकर कहा, “बिलकुल, हर किसी की क्षमता में कुछ ना कुछ खासियत होती है।”
Moral Of The Story
इस प्रकार, दोनों ने समझाया कि हर जीव का अपना एक महत्व है और किसी को भी उसके काम या क्षमता के आधार पर नहीं नकारा जा सकता।
बहादुर छोटा चूहा की कहानी Short Stories With Moral
एक समय की बात है, जंगल में एक छोटा सा चूहा रहता था, जिसका नाम मोटू था। मोटू बहुत ही बहादुर और समझदार था। वह अपने दोस्तों के साथ खूब खेलता था, लेकिन उसके मन में हमेशा एक बात रहती थी – “मैं छोटा हूं, लेकिन मैं भी कुछ कर सकता हूं।”
एक दिन, जंगल में आग लग गई। सभी जानवर भयभीत होकर भागने लगे। मोटू ने देखा कि एक छोटी सी खरगोश कुटिया में फंसी हुई है। सबने मोटू से कहा, “तू छोटा है, तू क्या करेगा? भाग जा यहाँ से।” लेकिन मोटू ने नहीं सुना।
उसने जल्दी से एक लकड़ी पकड़ी और उसे पानी में भिगोकर खरगोश की कुटिया की ओर दौड़ा। जब वह पहुंचा, उसने बहादुरी से आग को बुझाया और खरगोश को बचा लिया।
सब जानवर उसकी प्रशंसा करने लगे। उसके बाद, कोई भी मोटू को छोटा नहीं मानता था। मोटू की कहानी ने सबको यह सिखाया कि “बहादुरी और क्षमता का कोई आकार नहीं होता।”
जंगल का राजा, शेर, ने मोटू को खास इज़्ज़त दी और कहा, “तुमने आज साबित कर दिया कि बहादुरी और उम्मीद का कोई आकार नहीं होता।” मोटू खुश होकर अपने घर लौटा और उसके बाद वह न केवल अपने, बल्कि पूरे जंगल का ही हीरो बन गया।
Moral Of The Story In Hindi
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जब भी कोई मुश्किल हो, हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। छोटा होने का मतलब यह नहीं कि आप कुछ नहीं कर सकते। बस, आपमें उस बहादुरी और आत्मविश्वास होना चाहिए।
किसान और कुआँ
एक बार की बात हैं एक गाँव में एक किसान रहता था, जिसका नाम रामु था। रामु के पास खेत तो बहुत थे, परंतु पानी की कमी के कारण उसकी फसलें अच्छी नहीं होती थी। एक दिन, उसने ठान लिया कि वह अपने खेत में ही और कुआँ खोदेगा। रामु ने बहुत ही मेहनत से कुआँ खोदना शुरू किया। दिनों दिन बीते, पर कुआँ से पानी नहीं आया।
गाँव वाले और उसके मित्र उसे हंसकर देखते थे और कहते, रामु, तू पागल हो गया है। यहाँ कभी पानी नहीं मिलेगा। लेकिन रामु ने मेहनत नहीं छोड़ी।
एक दिन, जब वह लगभग हार चुका था, उसने अचानक पानी की आवाज़ सुनाई दी। उसने और भी जोर से खोदना शुरू किया और जल्द ही पूरे कुएँ में पानी भर गया। उसकी मेहनत का फल मिला, और उसके बाद वह न केवल अपने, बल्कि पूरे गाँव के खेतों में भी पानी पहुंचाने लगा। जो लोग उसे हंसते थे, वे अब उसकी प्रशंसा करने लगे।
रामु ने सबको सिखाया कि “मेहनत करने से कभी हार नहीं मिलती हैं।” उसने भी समझाया कि “लोग जब तुम्हारा मजाक उड़ाएं, तो समझो तुम सही रास्ते पर हो।”
Moral Of The Story
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि अगर हमारी मेहनत और ईमानदारी मजबूत हो, तो कोई भी मुश्किल हमें नहीं रोक सकती। और जब मुश्किलें आएं, तो उनका सामना करने की हिम्मत रखनी चाहिए। और अपने काम में आगे बढ़ना चाहिए।
सुई वाली पेड़ की कहानी Short Stories
एक गाँव में एक अजीब पेड़ था, जिसे लोग ‘सुई वाला पेड़’ कहते थे। इस पेड़ की खासियत यह थी कि इसकी पत्तियां सुई की तरह नुकीली थीं। लोग इस पेड़ से दूर ही रहते थे, क्योंकि इसकी पत्तियां बहुत ही तेज़ और नुकीली थीं।
एक दिन गाँव में आग लग गई। सब लोग भगदड़ में थे और पानी की तलाश में थे। तभी एक बुजुर्ग ने कहा, “सुई वाले पेड़ के नीचे एक पानी का स्थान है।” सब लोग हैरान रह गए, क्योंकि कोई भी लोग उस पेड़ के करीब नहीं जाते थे। इसलिए गाँव वालो को इसके बारे में जानकारी नहीं थी
बुजुर्ग के बताने के बाद में कुछ युवकों ने हिम्मत करके वहाँ जाकर देखा और सचमुच, वहाँ एक जा का स्रोत्र था। उन्होंने जलधारा को बाहर निकालकर आग बुझाई।
गाँव वाले बुजुर्ग के पास गए और पूछा, “आपको कैसे पता था?” बुजुर्ग ने मुस्कराकर कहा, “हर चीज का अपना महत्व होता है, चाहे वो कितनी भी अजीब क्यों न हो। सुई वाला पेड़ भी उसी तरह का है।”
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हर चीज का अपना एक महत्व और उपयोग होता है। कभी-कभी वो उपयोग सामान्य नहीं होता, पर जरूरत के समय उसका महत्व समझा जाता है। इसी तरह, हमें भी लोगों और चीजों को उनके असली मूल्य के हिसाब से देखना चाहिए।
हाथी और मित्र की कहानी
एक जंगल में एक हाथी रहता था, जिसका नाम राजू था। राजू बहुत ही दयालु था। राजू के सभी दोस्त थे, उसका एक सबसे अच्छा दोस्त खरगोश था, खरगोश का नाम मोहन था, मोहन भी उसी जंगल में रहता था।
एक दिन, मोहन जंगली फलों के लिए दूर चला गया और वहां जाकर फंस गया। वह बहुत डरा हुआ था। उसने तुरंत राजू से मदद मांगी। राजू ने तुरंत अपनी सूंड़ से मोहन को बचा लिया और उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया।
मोहन बहुत खुश हुआ और बोला, “तुमने मेरी जान बचाई, मैं तुम्हारा हमेशा आभारी रहूंगा।”
कुछ दिनों बाद, राजू का पैर एक जाल में फंस गया। वह बहुत ज्यादा परेशान था। मोहन ने देखा और तुरंत जाल को अपने दांतों से काट दिया।
“तुमने मेरी जान बचाई थी, आज मैंने तुम्हारी जान बचाई। मित्र का कार्य ही होता है एक-दूसरे की मदद करना,” मोहन ने कहा।
राजू ने मुस्कराकर उत्तर दिया, “सच मोहन, मित्रता में सिर्फ देना ही नहीं, लेना भी पड़ता है। तुमने आज मुझे यह सिखा दिया।”
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सच्ची मित्रता में दोनों दोस्तों को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए, चाहे वो बड़ा हो या छोटा। सिर्फ ताकत ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि उसका सही उपयोग भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
A Hindi Short Story
गोलू और मोलू की कहानी
एक गाँव में दो बच्चे गोलू और मोलू रहते थे। गोलू बहुत मेहनती था, जबकि मोलू हमेशा से ही आलस्य था।
एक दिन गाँव में भयंकर अकाल पड़ा। लोगों के पास खाने को कुछ नहीं था। गोलू ने मेहनत करके अपने खेत में जल देकर के और अच्छी प्रकार से फसल उगाई।
मोलू ने सोचा, “जब अकाल ही है, तो मेहनत क्यों करूँ?” उसने कुछ नहीं किया।
फसल का समय आया। गोलू के खेत में भरपूर अनाज था, जबकि मोलू के पास कुछ भी नहीं था।
मोलू ने गोलू से मदद मांगी। गोलू ने उसे अनाज दिया और कहा, “मेहनत का फल मिलता होता है, मोलू, आलस्य से कुछ नहीं मिलता हैं।”
मोलू ने अपनी गलतियों को समझा और वादा किया कि वह भविष्य में मेहनत करेगा।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि मेहनत ही सच्चा रास्ता है, जो हमें सफलता की ओर लेजाता है। आलस्य से हम केवल क्षणिक आराम पा सकते हैं, लेकिन वह हमें दीर्घकालिक सफलता नहीं दिलाता।
किसान और कुआँ Short Motivational Stories With Moral
एक गाँव में रामु नाम का एक किसान रहता था। उसके खेतों में पानी की कमी थी, लेकिन उसके पास एक पुराना कुआँ था। वह कुआँ सूख चुका था, और लोगों ने उसे नजरअंदाज़ कर दिया था।
रामु ने ठान लिया कि वह इस कुएं को ठीक करेगा। उसने कठिनाई और मज़दूरी में कई दिन गवा दिए, और अंत में, पानी उस कुएँ में आ गया।
जल्दी ही, उसके खेत हरे-भरे हो गए और रामू को अच्छी फसल मिल गयी। गाँव वाले भी उस कुएँ का पानी इस्तेमाल करने लगे और उन्होंने रामु की प्रशंसा की।
लेकिन कुछ लोग जले भी। उन्होंने सोचा, “रामु ने तो अपनी मेहनत से पानी निकाला, अब हमें भी कुछ करना पड़ेगा।”
लेकिन रामु ने सबको समझाया, “मेहनत से ही सब कुछ हासिल होता है। कुआँ था, पानी भी था, बस मेहनत की जरूरत थी।”
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि किसी भी समस्या का समाधान मेहनत में ही है। अगर हम ठान लें, तो हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं। और जो चीजें लोग नजरअंदाज़ करते हैं, उनमें भी अगर सही दृष्टिकोण से देखा जाए, तो वह भी उपयोगी साबित हो सकती है।
लालची कुत्ता (Short Motivational Stories With Moral)
एक बार की बात है, गाँव में एक कुत्ता रहता था जिसे बहुत लालच आता था। एक दिन उसे एक हड्डी या रोटी मिली। वह बहुत खुश हुआ और सोचा कि वह इस हड्डी को कहीं छिपाकर बाद में खाएगा। कुत्ता रोटी को अपने मुंह में दबाकर के नदी के किनारे से जा रहा था।
तब ही कुत्ते की नजर नदी के पानी में पढ़ती हैं और वह सोचता हैं की नदी में एक और कुत्ता हैं जिसके मुंह में भी रोटी का टुकड़ा हैं वह कुत्ता उसकी रोटी को छिनना चाहता हैं, लालची कुत्ता ने सोचा, अगर मैं उस कुत्ते की रोटी भी अपने पास कर लूं, तो मेरे पास दो रोटी होंगी।
लालची कुत्ता जैसे की नदी के अंदर वाले कुत्ते को देखकर के भोक्ता हैं तो लालची कुत्ते के मुंह से उसकी रोटी नदी में गिर जाती हैं और वह उदास हो जाता हैं और वह भूखा ही रह गया।
दोस्तों इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती हैं, की हमने कभी भी लालच नहीं करना चाहिए और हमें हमेशा समझदारी से काम लेना चाहिए।
सारस और लोमड़ी (Story For Kids)
एक बार की बात है, जंगल में एक सारस और एक लोमड़ी रहते थे। सारस बहुत ही बुद्धिमान और शांत स्वभाव का था, जबकि लोमड़ी चालाक और लालची थी। लोमड़ी ने सोचा कि अगर वह सारस के साथ दोस्ती कर ले, तो उसे भी सारस जैसी बुद्धिमत्ता मिल जाएगी।
लोमड़ी ने सारस से पूछा:- क्या हम दोनों दोस्त बन सकते हैं।
सारस ने लोमड़ी से कहाँ:- हाँ बिल्कुल दोस्ती करना तो अच्छी बात हैं।
फिर लोमड़ी ने सारस से दोस्ती कर ली। दोस्ती होने के बाद, लोमड़ी ने एक दिन सारस से कहा, “क्या तुम मुझे अपने बड़े और सुंदर झील में तैरना सिखा सकते हो?”
सारस ने मुस्कराकर कहा:- क्यों नहीं, दोस्ती में ऐसा ही होना चाहिए।
सारस ने लोमड़ी को तैरना सिखाया, लेकिन लोमड़ी सारस के उस उपकार को नहीं समझा और उसने सोचा कि अब उसे सारस की कोई जरुरत नहीं है। लोमड़ी ने एक दिन सोचा की क्यों ना वह सारस के अंडे चुरा कर के खा जाये अब तो मुझे तैरना भी आता हैं।
लोमड़ी एक दिन झील में जाकर के सारस के अंडों को चुरा लिया। जब सारस को पता चला, वह दुखी हुआ, लेकिन उसने लोमड़ी को सजा नहीं दी। उसने समझाया, तुमने मेरा विश्वास तोड़ा, लेकिन मैं फिर भी तुमसे नफरत नहीं करता। दोस्ती में विश्वास बहुत जरुरी होता है।
लोमड़ी को अपनी गलती का अहसास हुआ और वह ने सारस से माफी मांगी। सारस ने माफी स्वीकार की और कहा, “हर किसी को एक मौका मिलना चाहिए, अपनी गलतियों को सुधारने का।”
कहानी से सिख: बुद्धिमत्ता और समर्पण दोनों ही दोस्ती में महत्वपूर्ण हैं, और विश्वास तोड़ने से कोई भी रिश्ता कमजोर हो सकता है।
Short Story In Hindi Language
सोने का अंडा देने वाले हंस की कहानी
एक बार की बात हैं एक गाँव में एक किसान रहता था। उसके पास एक हंस था जो हर दिन एक सोने का अंडा देता था। किसान वह अंडा बेचकर अच्छे पैसे कमा लेता था। लेकिन हंस एक दिन में सिर्फ एक ही सोने का अंडा दिया करता था किसान को यह बात स्वीकार नहीं होती थी।
वह सोचता था की हंस के पेट में बहुत सारे सोने के अंडे हैं काश यह सारे सोने के अंडे मुझे एक साथ ही मिल जाये लालची किसान ने तय किया कि वह हंस का पेट काटकर सारे अंडे बाहर निकालेगा। उसने हंस को मार दिया और पेट काटकर देखा, लेकिन वहाँ कोई सोना नहीं था।
किसान ने अपने लालच में अपना सब कुछ खो दिया। किसान को बहुत बुरा लगा किसान सोचने लगा अब तो मुझे एक भी सोने का अंडा नहीं मिलेगा।
कहानी से सिख: इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि लालच से हमेशा नुकसान होता है। जो कुछ भी हमारे पास है, हमें उसी में संतुष्ट रहना चाहिए। अगर हम अधिक चाहेंगे, तो उसके परिणाम बुरे हो सकते हैं। इसलिए लालच बुरी बला है।
चींटी और कबूतर (Hindi Short Stories)
एक बार की बात हैं एक चींटी को बहुत प्यास लगने लगी वो पानी की तलाश करते हुए नदी के पास जा पहुची लेकिन पानी का बहाव बहुत तेज था तो चींटी पानी पी नहीं पा रही थी चींटी ने अपनी नजर चारों तरफ घुमाई और देखा की उसके पास में एक चट्टान हैं वह क्यों ना उस चट्टान पर जाकर के पानी पी ले।
चींटी चट्टान पर जा पहुंची जैसे की चींटी पानी पीने लगी वह उस चट्टान से फिसलकर के नदी में जा गिरी नदी के पानी का बहाव बहुत तेज था वह नदी में तेरने लगी उसकी नदी के पास एक बहुत बड़ा पेड़ था जिस पर एक कबूतर बैठा हुआ था अचानक उस कबूतर की नज़र चींटी पर पड़ी उसने उसकी मदद के लिए पेड़ से एक पत्ता तोड़ कर नदी में फेंका।
और चींटी से बोला तुम इस पत्ते पर छड जाओ चींटी उस पर चढ़ गई। कुछ देर बाद पत्ता बहकर सूखी जमीन पर पहुँच गया और चींटी बाहर आ गई। चींटी ने कबूतर का धन्यवाद किया।
फिर एक दिन शाम को एक शिकारी कबूतर का शिकार करने के लिए जंगल में आता हैं यह बात कबूतर को पता नहीं थी कबूतर पेड़ पर आराम से सो रहा था चींटी ने जैसे ही शिकारी को देखा तो उसने उसके पांव में जाकर काट दिया।
इससे उस शिकारी की चीख निकल गई और वो चिलाने लगा। उसकी चीख से कबूतर जाग गया और उड़ गया। कबूतर ने चींटी की जान बचाकर जो नेक काम किया था। आज उसी ने उसकी जान बचाई है।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती हैं, की हमने हमेशा सभी का भला करना चाहिए।
ब्राह्मण और क्रूर दानव
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गांव में एक ब्राह्मण का परिवार रहा करता था। वह बहुत ही भोले और ईमानदार ब्राह्मण थे। ब्राह्मण एक पत्नी और एक समझदार बेटी भी थी। वे गरीब थे, लेकिन उनमें धर्म और भगवान के प्रति बड़ा विश्वास था। एक दिन, गांव में एक क्रूर दानव आया। वह बड़ा भयंकर और बुरा था। वह गांव के लोगों को परेशान करने लगा और उनसे बड़े-बड़े उपहार मांगने लगा।
उस दानव ने ब्राह्मण को देखा और ब्राह्मण के पास जाकर के बोला मुझे पास की नदी तक ले चलो मुझे स्न्नान करना हैं ब्राह्मण दनाब की बात मान लेता हैं और दोनों नदी के किनारे की तरफ चलते हैं ब्राह्मण दानव के पैरो की तरफ देखता हैं और कहता हैं, की तुम्हारे पैर इतने कोमल और साफ़ कैसे हैं ?
दानव ने ब्राह्मण से कहाँ:- मैं कभी भी अपने पाँव को साफ किये बिना जमीन पर कदम नहीं रखता हूँ।
जल्द ही वे नदी के पास पहुंच गए और दानव नदी के अंदर नहाने चला गया। ब्राह्मण समझ गया था कि नहाने के बाद राक्षस उसे मार डालेगा। वह यह भी समझ गया था की बिना अपने पांव को साफ किए दानव उसका पीछा नहीं करेगा। इसलिए वह फौरन भाग खड़ा हुआ। दानव ने उसका पीछा नहीं किया।
इस कहानी से हमने यह शिक्षा मिलती हैं की हमने मुसीबत का सामना सामना सोच समझकर के करना चाहिए कभी भी जल्दबाजी में फैसला नहीं लेना चाहिए।
Short Motivational Stories With Moral
सुनहरे अंडा (Story For Kids In Hindi)
एक बार की बात है, एक गाँव में एक गरीब किसान राजू रहता था। एक दिन, जब वह अपने खेत में हल चला रहा था, उसने एक अजीब सी चीज़ देखी। वह था एक सुनहरा अंडा। राजू ने उस अंडे को घर लेकर जाया और देखा कि वो अंडा सोने का था।
राजू बहुत खुश हुआ और उसने सोचा कि अगर वह रोज़ ऐसे सुनहरे अंडे पाएगा, तो वह बहुत जल्दी अमीर हो जाएगा। लेकिन उसने यह भी सोचा कि यदि वह अब जो अंडा लाया है, उसे बेचेगा, तो लोग उससे सवाल करेंगे कि यह सुनहरा अंडा कहां से आया।
इसलिए राजू ने ठान लिया कि वह यह सुनहरे अंडे किसी को नहीं दिखाएगा और उसे सुरक्षित रखेगा। दिन बीतते गए, और राजू ने देखा कि उसके खेत में हर दिन एक नया सुनहरा अंडा आ रहा है। उसने उन सबको सुरक्षित रखना शुरू किया।
एक दिन, गाँव में भयंकर अकाल आया। लोगों के पास खाने को कुछ भी नहीं था। राजू ने तब जो सुनहरे अंडे छिपाए थे, उन्हें बेचकर खाना खरीदा और पूरे गाँव में बाँट दिया।
लोग ने उसकी बहुत प्रशंसा की और उसे उनका हीरो मान लिया। राजू ने सबको बताया कि “जब भगवान हमें कुछ देते हैं, तो हमें उसका सही उपयोग करना चाहिए, न कि उसे सिर्फ अपने लिए ही रखना चाहिए।”
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है, कि हमने भगवान द्वारा मिली हुयी चीज का सही समय और सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए, और सभी की भलाई के बारे में सोचना चाहिए ना की खुद के बारे में ।
सुन्दर गुलाब की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गांव में एक बड़ा ही सुन्दर गुलाब का फुल खिल रहा था। इस गुलाब की खुशबू गांव के हर कोने में फैली हुई थी, और लोग इसे देखकर हर दिन खुश होते थे।
एक दिन, एक छोटा सा बच्चा गुलाब के पास आया और उसने पूछा, “गुलाब भैया, आप इतने सुंदर क्यों हैं?”
गुलाब ने मुस्कराते हुए जवाब दिया, “मैं सुंदर हूँ क्योंकि मैं हर दिन सूरज की किरनों को अपने साथ लेता हूँ, बर्फ के टुकड़ों को गर्मी में पिघलने देता हूँ, और बरिश की बूँदों को अपने आंचल में समेटता हूँ। मैं हर दिन सुन्दर बनने के लिए मेहनत करता हूँ।”
छोटे बच्चे को गुलाब के द्वारा बताई गयी बात समझ में आ गयी और वह छोटा बच्चा खुद भी मेहनत करने का निर्णय लिया।
मोरल: इस कहनी से हमने यह शिक्षा मिलने है की सुंदरता और सफलता की प्राप्ति मेहनत, और प्रयास से होती है, और हर दिन कुछ नया सीखने और सुधारने का उत्साह रखना चाहिए।