Dwitiya Kab Hai:- भारतीय हिन्दू कैलेंडर में द्वितीया एक महत्वपूर्ण तिथि है। यह हिन्दू पंचांग के अनुसार तारीखों का हिस्सा है और इसे हर माह/महीने मनाया जाता है। द्वितीया तिथि को “द्वितीय तिथि” भी कहते है। द्वितीया तिथि को बहुत से लोगो का व्रत भी होता हैं और इस तिथि को देवी देवताओ की पूजा भी की जाती हैं।
अगर आप Dwitiya Tithi Kab Hai के बारे में सारी जानकारी जानना चाहते हैं, तो इस लेख को ध्यान से अंत तक जरुर पढ़े यहाँ हमने Dwitiya Tithi के बारे में सारी जानकारी बताई हैं। जैसे की Shukla Paksh Ki Dwitiya Tithi Kab Hai, कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथि कब हैं ?, द्वितीय तिथि के दिन व्रत कैसे करें ? आदि के बारे में निचे अच्छे से बताया गया हैं।
Dwitiya Tithi Kab Hai August Me
अक्टूबर 2023 में कृष्ण पक्ष में Dwitiya Tithi 1 अक्टूबर को हैं और उस दिन रविवार का दिन हैं। शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 16 तारीख को है उस दिन सोमवार है।
तिथि | तारिक | वार |
कृष्ण पक्ष की दूज कब है अक्टूबर में | 1 अक्टूबर | रविवार |
शुक्ल पक्ष की दूज कब है अक्टूबर में | 16 अक्टूबर | सोमवार |
द्वितीया तिथि का समय
द्वितीया तिथि का समय हर महीने अलग-अलग होता है। इसे हिन्दू पंचांग के अनुसार निर्धारित किया जाता है। द्वितीया तिथि का समय सूर्योदय के बाद शुरू होता है और सूर्यास्त के पहले खत्म होता है। इसके बाद से द्वितीया तिथि शुरू होती है। द्वितीया तिथि का समय दिनों के अनुसार बदलता रहता है, इसलिए हमेशा हिन्दू पंचांग के अनुसार समय देखना चाहिए।
द्वितीया तिथि का महत्व क्या हैं ?
द्वितीया तिथि का महत्व बहुत से कारणों के कारण होता है। इस दिन विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा और अर्चना की जाती है। इसके अलावा, द्वितीया तिथि को शुभ माना जाता है और कई लोग इस दिन व्रत रखते हैं। यह तिथि संतान प्राप्ति, धन लाभ, शांति और सुख की प्राप्ति के लिए जी जाती है।
द्वितीया व्रत के तरीके क्या हैं ?
द्वितीया व्रत को ध्यान से करना चाहिए इसलिए हमने निचे की तरह द्वितीया व्रत करने के तरीके के बारे में बताया हैं आप उन्हें देखकर के पता लगा सकते हैं, की व्रत कैसे करें ?
Dwitiya Tithi देखे
द्वितीया व्रत शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। अगर आपको द्वितीया तिथि के बारे में पता नहीं हैं तो आप कैलेंडर द्वितीया तिथि को देखे।
स्नान करें
द्वितीया व्रत के दिन, सभी व्रती पवित्रता के साथ स्नान करते हैं। जिससे देवी देवताओ को आसानी से पर्सन किया जा सकता हैं। इस दिन सभी को स्नान करके ही भवान की पूजा करनी चाहिए। और अच्छे साफ वस्त्र पहनने चाहिए।
व्रती भोजन कब करें ? और दान में क्या करें ?
द्वितीया व्रत के दिन, व्रती एक बार खाना खाते हैं। व्रत करने वाली महिलाये दूध, फल, सब्जियां चना के दान कर सकते हैं।
माता गौरी की पूजा करें
द्वितीया व्रत में, माता गौरी की पूजा की जाती है। इस पूजा में व्रती भक्त धूप, दीप, पुष्प, और प्रसाद का इस्तेमाल पूजा करने के लिए करते हैं। यह पूजा भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए की जाती है।
Dvitiya Tithi Kab Hai
Dwitiya Tithi Kab Hai से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर
द्वितीया तिथि कब होती है?
द्वितीया तिथि हर महीने अलग-अलग होती है। इसे हिन्दू पंचांग के अनुसार निर्धारित किया जाता है। आप पंचांग में देखकर के द्वितीया तिथि का पता लगा सकते हैं।
द्वितीया तिथि का महत्व क्या है?
द्वितीया तिथि का महत्व विभिन्न धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए होता है। इस दिन विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है।
द्वितीया व्रत कितनी बार किया जा सकता है?
द्वितीया व्रत एक महीने में एक बार किया जा सकता है।
क्या पुरुष द्वितीया व्रत कर सकते हैं?
हां, पुरुष भी द्वितीया व्रत कर सकते हैं। यह व्रत सभी धर्मों के लोगों के लिए है।
अक्टूबर में द्वितीया कब हैं ?
सितम्बर महीने में द्वितीया रविवार और सोमवार को हैं।
अक्टूबर माह में कृष्ण पक्ष की दूज कब है ?
अक्टूबर 2023 में कृष्ण पक्ष दूज तिथि 1 अक्टूबर को हैं /
अक्टूबर माह में शुक्ल पक्ष की दूज कब है ?
अगस्त में शुक्ल पक्ष की दूज 16 अक्टूबर सोमवार 2023 को हैं।
निष्कर्ष
द्वितीया तिथि का विशेष महत्व है। जो की हिन्दू पंचांग के अनुसार निर्धारित किया जाता है और द्वितीया तिथि हर महीने मनाई जाती है। इस दिन विभिन्न पूजा, व्रत किये जाते है। इसके अलावा, द्वितीया तिथि को बहुत सारे कामो के लिए मुहूर्त के रूप में चुना जाता है।