क्या आप जानना चाहते हैं कि CT Scan क्या होता है ? और यह कैसे काम करता है? अगर आपको CT Scan के बारे में पता नहीं हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये हैं। क्योकिं आज हम आपको CT Scan Kaise Kiya Jata Hai ?, CT Scan Kya Hota Hai ? के बारे में सारी जानकारी बतायेंगे इसलिए इस लेख को पूरा जरुर पढ़े।
आपने कभी ना कभी हॉस्पिटल में डॉक्टर के पास CT Scan के बारे में जरुर सुना होगा की CT Scan करना होगा या किसी मरीज का CT Scan हुआ है। CT Scan से हमारे शरीर की जाँच होती हैं। CT Scan बिल्कुल X-रे की जैसे ही काम करता हैं। चलिए अब जानते हैं, की सीटी स्कैन क्या होता है ?, सीटी स्कैन कैसे काम करता हैं ?, सीटी स्कैन के क्या फायदे हैं ? और सीटी स्कैन में कितना समय लगता हैं ? के बारे में विस्तार से बताया गया हैं।
Full Form Of CT Scan
CT स्कैन का फुल फॉर्म होता है “Computed Tomography”
CT Scan Full Form In Hindi
CT Scan का फुल फॉर्म हिंदी में “कम्प्यूटरीकृत टॉमोग्राफी” होता हैं।
CT Scan Kya Hota Hai ?
CT स्कैन का पूरा नाम कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन (Computed Tomography Scan) हैं। सीटी स्कैन का आविष्कार 1972 में हुआ था। सीटी स्कैन का आविष्का ब्रिटेन के गोदफ्री हाउंसफील्ड (Godfrey Hounsfield) वैज्ञानिक ने किया था। इसके लिए उन्हें 1979 में नोबल पुरस्कार मिला था। गोदफ्री हाउंसफील्ड एक इंजीनियर थे और वह माइज़ों (M.I.Z.E.) कंपनी में काम करते वक्त यह आविष्कार किया।
यह भी जाने:-
- UPS Kya Hai
- Singer Kaise Bane
- NREGA Job Card List
- Dwitiya Tithi Kab Hai
- Berojgari Bhatta Status Check
- Sona Kitne Prakar Ka Hota Hai
- Tulsidas Ke Guru Kaun The
- 1 Unit Blood Kitna Hota Hai
सीटी स्कैन एक प्रकार की मेडिकल इमेजिंग प्रक्रिया है। जिसे हमारे शरीर के अंदर की जांच के लिए इस्लेमाल किया जाता है। सीटी स्कैन का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के रोगों को पहचानने और उनका इलाज करने के लिये किया जाता हैं। जब एक्स-रे से शरीर के किसी भी भाग की सही या पूरी जानकारी नहीं मिल पाती है, तब CT स्कैन की मदद से शरीर के उस भाग की जाँच की जाती हैं।
CT Scan की मदद से कैंसर, हृदय रोग, मस्तिष्क, फेफड़ों की समस्याएं और पेट की समस्याओं, हड्डियों को देखने जैसी बीमारियों का पता लगाया जा सकता हैं। यह बहुत ही फायदेमंद मशीन हैं। जिसका इस्तेमाल आजकल हर हॉस्पिटल में किया जाने लगा हैं सीटी स्कैन मशीन Radiation तरंगो का इस्तेमाल करती हैं। इसलिए सीटी स्कैन मशीन प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
सीटी स्कैन कैसे काम करता है ?
CT स्कैन एक्स-रे का उपयोग करता है, लेकिन यह एक्स-रे की तुलना अधिक जानकारी देता हैं। सीटी स्कैन की मदद से शरीर के किसी भी कौने से छविय 3D में प्राप्त की जा सकती हैं। CT स्कैन शरीर के अंदर तस्वीरें बनाने में मदद करती है। यह मशीन एक विशेष तकनीक का इस्तेमाल करती है।
सीटी स्कैन करते समय मरीज को एक पतले बिस्तर पर लेटाया जाता है और भी उसे सीटी मशीन में भेजा जाता है। उसके बाद मशीन के अंदर एक प्रकाशिकी तट्टा और विस्तारित एकीकृत यंत्र चारों ओर से घूमता रहता है। यह तट्टा प्रकाश रोगी के शरीर अंदर जाता हैं और शरीर के अंदर के प्रतिबिंब कंप्यूटर स्क्रीन पर बनते है। कंप्यूटर इन तस्वीरों को मिलाकर एक विस्तृत 3D छवि तैयार करता है। फिर डॉक्टर उन तस्वीरों को देखकर के रोगी के अंदर की बीमारियों का पता लगाते हैं और उनकी समस्या का समाधान करते हैं।
सीटी स्कैन करते समय रोगी को एक जगह पर रहना चाहिये। हिलना नहीं चाहिए डॉक्टर जैसा करने को कहे वैसा ही करना चाहिये जैसे कि सांस लेने के लिये बोले तब साँस ले अंगुली को हिलाने के लिये बोलने पर अंगुली हिलाए आदि।
सीटी स्कैन की प्रक्रिया ?
सीटी स्कैन का इस्तेमाल आजकल हर हॉस्पिटल में किया जाने लगा हैं। सीटी स्कैन की मदद से डॉक्टर आसानी से बीमारी का पता लगा सकते हैं जैसे कि बायोप्सी, रेडिएशन थेरेपी, और सर्जरी। सीटी स्कैन डॉक्टरों को शरीर के अंदर की जांच करने में मदद करती हैं। चलिये अब जानते हैं, की सीटी स्कैन की प्रक्रिया क्या हैं।
रोगी को तैयार करना
सीटी स्कैन करने से पहले रोगी को सीटी स्कैन के लिए तेयार किया जाता हैं। सीटी स्कैन करने के लिए कोई ड्रेस कोड नहीं हैं और ना ही कोई नियम हैं।
रोगी को मशीन में लेटना
सीटी स्कैन करने के दोरान रोगी को सीटी स्कैन मशीन के अंदर लेटाया जाता हैं। जिसमें एक एक्स-रे ट्यूब घूमता है। यह ट्यूब शरीर के चारों ओर घूमता है और छवियाँ लेता है। कंप्यूटर इन तस्वीरों को मिलाकर एक विस्तृत 3D छवि तैयार करता है।
छवियों का विश्लेषण
सीटी स्कैन हो जाने के बाद, रोगी को आराम करने के लिए कहाँ जाता हैं। डॉक्टर रोगी की सीटी स्कैन रिपोर्ट को देखता हैं और समस्या का पता लगते हैं और उस समस्या का समाधान करने की कोशिश करते हैं।
CT Scan Ke Fayde
CT स्कैन के कई लाभ हैं, CT स्कैन की मदद से बीमारी का पता लगाया जा सकता हैं। हमने CT स्कैन के कुछ फायदे निचे बताये हैं। जिन्हें आप पढ़कर के पता लगा सकते हैं।
बीमारी का पता लगाना
CT Scan की मदद से शरीर के विभिन्न हिस्सों की जाँच की जा सकती हैं और बीमारी का सही पता लगाया जा सकता हैं। सीटी स्कैन की मदद से ब्रेन, हृदय, पेट, पेट्री, किडनी, गर्भाशय, हड्डी, पैर आदि का इलाज किया जा सकता हैं।
खून की जाँच करना
सीटी स्कैन की मदद से खून के घनत्व की जांच की जा सकती हैं। सीटी स्कैन की मदद से कैंसर, ट्यूमर, गल्बलडर पतला होना, और अन्य समस्याओ का पता लगाया जा सकता हैं।
सर्जरी में उपयोग
CT (कंप्यूटेड टोमोग्राफी) स्कैन की मदद से रोगी की सर्जरी भी की जा सकती हैं। सीटी स्कैन करके डॉक्टर मरीज के शरीर का पता लगाते हैं और फिर फेसला लेते हैं की मरीज की सर्जरी की जा सकती हैं या नही।
सबसे सुरक्षित तकनीक
CT स्कैन सबसे सुरक्षित तकनीक हैं इसमें ब्रेन और अन्य अंगो को अधिक सुरक्षित किया जाता है। इसमें अधिक रेडिएशन नहीं होता है और यह सुरक्षित रूप से उपयोग की जा सकती है।
CT Scan Ke Fayde Aur Nuksaan
फायदे | नुकसान |
---|---|
1. संरचनात्मक जांच करने में मददगार | 1. रेडिएशन के कारण थोड़ी प्रकाशिकी प्रवृद्धि |
2. बीमारी का पता लगाने में सहायक | 2. गर्भावस्था के दौरान जोखिम |
3. सर्जरी करने में सहायक | 3. उच्च रेडिएशन स्तर के कारण संभावित कैंसर का जोखिम |
4. सुरक्षित और तत्परता पूर्वक किया जा सकता है | 4. शिशुओं और नवजात शिशुओं को प्रभावित कर सकता है |
5. तस्वीरों का सटीक और संपूर्ण अवलोकन | 5. निर्धारित रेडिएशन सीमा का उल्लंघन |
CT Scan Me Kitna Time Lagta Hai
CT Scan में कितना भी समय लग सकता हैं यह कोई फिर्क्स नही होता हैं CT स्कैन का समय कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक हो सकता है। कई बार इसे कुछ मिनट में ही पूरा किया जा सकता है, जबकि कई गंभीर मामलों में अधिक समय लग जाता है।
Pet CT Scan Kya Hota Hai In Hindi
पेट की बीमारी होने या पेट की समस्या होने पर CT Scan उपयोग किया जाता है पेट का CT Scan करते समय रोगी को CT मशीन पर लेटाया जाता है और मरीज के पेट के अंदर और बाहर की तरफ का स्कैन किया जाता हैं पेट के अंदर की तस्वीरे कंप्यूटर पर 3D में आती है उन तस्वीरों को देखर के डॉक्टर मरीज की बीमारी के बारे में बताते हैं पेट CT स्कैन की मदद से गर्भवती, गर्भाशय, किडनी, अण्डाशय, पेट्री, ग्रांथियाँ, और अन्य पेट संबंधी समस्याओं के बारे में पता लगाया जा सकता हैं
CT Scan का इस्तेमाल किस किस बीमारी के लिए किया जाता हैं ?
बीमारी | CT स्कैन का उपयोग |
---|---|
मस्तिष्क या घाव | घाव का पता लगाने और घाव की गहराई की जांच |
हृदय रोग | दिल की संरचना, धड़कनो की जांच |
श्वसन समस्याएं | फेफड़ों और श्वसन तंत्र की स्थिति की जांच |
पेट और पाचनतंत्र संबंधी समस्याएं | पेट, गुर्दा, अंत्रांग, और पाचनतंत्र की जांच |
कैंसर | ट्यूमर का आकार, स्थान, और प्रसार की जांच |
अंग प्रतिबंधी रोग | नसों, यंत्रित क्रिया, और संरचना की जांच |
घाव | घाव, हड्डी अपघटन, और इनवर्टेब्रल डिस्क की जांच |
What is CT Scan
CT Scan Kya Hota Hai FAQS
सीटी स्कैन फुल फॉर्म क्या हैं ?
सीटी स्कैन की फुल फॉर्म कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन (Computed Tomography Scan) हैं।
सीटी स्कैन का उपयोग कहाँ पर किया जाता हैं ?
सीटी स्कैन का इस्तेमाल अस्पतालों में किया जाता है।
सीटी स्कैन से किस बीमारी का इलाज किया जाता है ?
सीटी स्कैन की मदद से ब्रेन, हृदय, पेट, पेट्री, किडनी, गर्भाशय, हड्डी, पैर आदि का इलाज किया जा सकता हैं।
सीटी स्कैन कितने प्रकार के होते है?
सीटी स्कैन मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं, जिनके नाम इस इस प्रकार से हैं:-
1. आम सीटी स्कैन
2. कन्ट्रास्ट सीटी स्कैन
3. 3D सीटी स्कैन
सीटी स्कैन कब करवाना चाहिए?
सीटी स्कैन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाइये। डॉक्टर के बोलने पर ही सीटी स्कैन करवाना चाहिये।